भारत में इलेक्ट्रिक कारें (Electric Vehicles या EVs) तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं, और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है। पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें, और सरकारी प्रोत्साहन ने EVs को भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है। 2024 में, भारत में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 99,165 यूनिट्स तक पहुंच गई, जो 2023 की तुलना में 19.93% की वृद्धि दर्शाती है (India Today). लेकिन, जब बात लंबे समय तक निवेश की आती है, तो एक सवाल जो हर खरीदार के दिमाग में आता है, वह है: इलेक्ट्रिक कार रीसेल वैल्यू इन इंडिया (Electric Car Resale Value in India) क्या है? क्या ये कारें अपनी कीमत को बनाए रख सकती हैं, या क्या ये पारंपरिक पेट्रोल और डीजल कारों की तुलना में तेजी से अपनी वैल्यू खो देती हैं?
इस लेख में, हम भारत में इलेक्ट्रिक कारों की रीसेल वैल्यू के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। हम यह देखेंगे कि वर्तमान में रीसेल वैल्यू की स्थिति क्या है, इसे प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं, EV subsidies India 2025 का इस पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, और 2025 तक EV रीसेल वैल्यू में सुधार होगा (Will EV resale value improve by 2025) या नहीं। इसके अलावा, हम यह भी बताएंगे कि आप अपनी यूज्ड इलेक्ट्रिक कार इंडिया में कहां बेच सकते हैं (Where can I sell my used electric car in India) और EV रीसेल वैल्यू बनाम पेट्रोल कार्स इंडिया (EV resale value vs petrol cars India) में क्या अंतर है।
Contents
- 1 भारत में इलेक्ट्रिक कारों की वर्तमान पुनर्विक्रय मूल्य | Current Resale Value of Electric Cars in India
- 2 पुनर्विक्रय मूल्य को प्रभावित करने वाले कारक | Factors Affecting Resale Value
- 3 EV सब्सिडी का पुनर्विक्रय मूल्य पर प्रभाव | Impact of EV Subsidies on Resale Value
- 4 केस स्टडी: टाटा नेक्सन EV की पुनर्विक्रय मूल्य | Case Study: Resale Value of Tata Nexon EV
- 5 भविष्य की संभावनाएं: क्या 2025 तक EV पुनर्विक्रय मूल्य में सुधार होगा? | Future Prospects: Will EV Resale Value Improve by 2025?
- 6 तुलना: भारत में EV पुनर्विक्रय मूल्य बनाम पेट्रोल कारें | Comparison: EV Resale Value vs Petrol Cars in India
- 7 भारत में अपनी प्रयुक्त इलेक्ट्रिक कार कहाँ बेचें | Where to Sell Your Used Electric Car in India
- 8 लोकप्रिय EV मॉडल्स की रीसेल वैल्यू की तुलना
- 9 प्रश्न और उत्तर | Questions and Answers
- 9.1 भारत में इलेक्ट्रिक कार की पुनर्विक्रय मूल्य क्या है? | What is the resale value of an electric car in India?
- 9.2 EV सब्सिडी पुनर्विक्रय मूल्य को कैसे प्रभावित करती है? | How do EV subsidies affect resale value?
- 9.3 क्या 2025 तक EV पुनर्विक्रय मूल्य में सुधार होगा? | Will EV resale value improve by 2025?
- 9.4 मैं भारत में अपनी प्रयुक्त इलेक्ट्रिक कार कहां बेच सकता हूं? | Where can I sell my used electric car in India?
- 9.5 भारत में सेकेंड-हैंड इलेक्ट्रिक कारों का वर्तमान बाजार कैसा है? | What is the current market for second-hand electric cars in India?
- 10 निष्कर्ष | Conclusion
- 11 Also Read
भारत में इलेक्ट्रिक कारों की वर्तमान पुनर्विक्रय मूल्य | Current Resale Value of Electric Cars in India
भारत में इलेक्ट्रिक कारों की रीसेल वैल्यू हाल के वर्षों में सुधर रही है, जो EV मार्केट के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उदाहरण के लिए, टाटा नेक्सन EV की रीसेल वैल्यू (resale value of Tata Nexon EV) ने उल्लेखनीय प्रगति दिखाई है। 2020 में, इस मॉडल की डेप्रिसिएशन रेट लगभग 51% थी, लेकिन 2023 तक यह घटकर 26% हो गई (Mint). इसका मतलब है कि तीन साल पुरानी टाटा नेक्सन EV अपनी मूल कीमत का लगभग 74% बनाए रखती है। 2025 में, यह ट्रेंड और बेहतर होने की संभावना है, जिसमें EVs अपनी मूल कीमत का 70-75% रिटेन करती हैं।
CarWale पर उपलब्ध डेटा के अनुसार, यूज्ड टाटा नेक्सन EV की कीमतें विभिन्न शहरों में अलग-अलग हैं (CarWale):
- मुंबई: ₹7.5 लाख से ₹16.5 लाख
- बैंगलोर: ₹7.9 लाख से ₹18 लाख
- दिल्ली: ₹8.75 लाख से ₹18 लाख
ये कीमतें मॉडल के वर्ष, स्थिति, और माइलेज पर निर्भर करती हैं। सेकेंड-हैंड इलेक्ट्रिक कार्स इंडिया (second-hand electric cars India) का बाजार भी बढ़ रहा है, जिसमें OLX पर 1550 से अधिक यूज्ड EVs लिस्टेड हैं (OLX)। यह दर्शाता है कि उपभोक्ताओं का EVs के प्रति विश्वास बढ़ रहा है, और यूज्ड EV मार्केट में रुचि बढ़ रही है।
पुनर्विक्रय मूल्य को प्रभावित करने वाले कारक | Factors Affecting Resale Value
इलेक्ट्रिक कारों की रीसेल वैल्यू को कई कारक प्रभावित करते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं:
बैटरी स्वास्थ्य और रिप्लेसमेंट कॉस्ट
इलेक्ट्रिक कारों के लिए बैटरी रिप्लेसमेंट कॉस्ट इंडिया (battery replacement cost for electric cars India) रीसेल वैल्यू का एक महत्वपूर्ण निर्धारक है। EVs की बैटरी उनकी सबसे महंगी कंपोनेंट होती है, और इसकी स्थिति सीधे रीसेल वैल्यू को प्रभावित करती है। उदाहरण के लिए, एक औसत लिथियम-आयन बैटरी की लागत लगभग ₹2.27 लाख है (ZigWheels). हालांकि, निर्माता जैसे टाटा और MG लंबी वारंटी प्रदान करते हैं (उदाहरण के लिए, टाटा नेक्सन EV पर 8 साल/1,60,000 किमी की वारंटी), जो खरीदारों को आश्वस्त करता है (Autocar India).
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता EVs की रीसेल वैल्यू को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 2024 तक, भारत में 12,146 पब्लिक चार्जिंग स्टेशन थे, और यह संख्या 2025 तक और बढ़ने की उम्मीद है (IBEF). अधिक चार्जिंग स्टेशन होने से सेकेंड-हैंड इलेक्ट्रिक कार्स इंडिया (second-hand electric cars India) की मांग बढ़ती है, क्योंकि खरीदारों को रेंज एंग्जाइटी कम होती है।
सरकारी नीतियां और सब्सिडी
EV subsidies India 2025 रीसेल वैल्यू को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती हैं। सरकारी सब्सिडी EVs को अधिक किफायती बनाती हैं, जिससे उनकी बिक्री बढ़ती है। एक बड़ा मार्केट साइज यूज्ड EV मार्केट को भी मजबूत करता है, जिससे रीसेल वैल्यू में सुधार होता है। उदाहरण के लिए, PM E-DRIVE स्कीम के तहत, सरकार ने चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और EV खरीद के लिए ₹36.79 बिलियन की सब्सिडी प्रदान की है (Reuters).
मार्केट डिमांड और सप्लाई
सेकेंड-हैंड इलेक्ट्रिक कार्स इंडिया (second-hand electric cars India) की मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है। जैसे-जैसे अधिक उपभोक्ता EVs की ओर रुख कर रहे हैं, यूज्ड EVs की मांग भी बढ़ रही है। यह मांग रीसेल वैल्यू को सपोर्ट करती है, क्योंकि खरीदारों को विश्वास होता है कि वे अपनी कार को भविष्य में अच्छी कीमत पर बेच सकेंगे (Mint).
EV सब्सिडी का पुनर्विक्रय मूल्य पर प्रभाव | Impact of EV Subsidies on Resale Value
EV सब्सिडी पुनर्विक्रय मूल्य को कैसे प्रभावित करती है (How do EV subsidies affect resale value)? यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। भारत में, केंद्र और राज्य सरकारें EVs को बढ़ावा देने के लिए कई सब्सिडी और प्रोत्साहन प्रदान करती हैं। ये सब्सिडी EVs को अधिक किफायती बनाती हैं, जिससे उनकी बिक्री बढ़ती है। एक बड़ा मार्केट साइज यूज्ड EV मार्केट को भी मजबूत करता है, जिससे इलेक्ट्रिक कार रीसेल वैल्यू इन इंडिया (Electric Car Resale Value in India) में सुधार होता है।
राज्य-वार सब्सिडी
विभिन्न राज्यों में EV खरीदारों के लिए अलग-अलग इंसेंटिव्स उपलब्ध हैं (CarDekho):
राज्य | अधिकतम 4-व्हीलर इंसेंटिव (FAME-II को छोड़कर) | रजिस्ट्रेशन/रोड टैक्स छूट |
---|---|---|
दिल्ली | ₹1.5 लाख (बंद हो चुकी) | हाँ |
महाराष्ट्र | ₹2.5 लाख + ₹25,000 स्क्रैपिंग इंसेंटिव | हाँ |
गुजरात | ₹1.5 लाख | हाँ |
पश्चिम बंगाल | ₹1.5 लाख | हाँ |
ओडिशा | ₹1 लाख | हाँ |
इन सब्सिडीज़ ने EVs की शुरुआती कीमत को कम किया है, जिससे उनकी मांग बढ़ी है। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र में ₹2.5 लाख तक की सब्सिडी ने टाटा नेक्सन EV जैसे मॉडल्स को अधिक आकर्षक बना दिया है, जिससे यूज्ड मार्केट में उनकी रीसेल वैल्यू को समर्थन मिलता है।
केस स्टडी: टाटा नेक्सन EV की पुनर्विक्रय मूल्य | Case Study: Resale Value of Tata Nexon EV

टाटा नेक्सन EV की रीसेल वैल्यू (resale value of Tata Nexon EV) भारत में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले EV मॉडल्स में से एक है। 2022 में, इसकी शुरुआती कीमत लगभग ₹14 लाख थी। 2023 के डेटा के आधार पर, तीन साल पुराने नेक्सन EV की रीसेल वैल्यू लगभग ₹10.36 लाख थी, जो इसकी मूल कीमत का 74% है (Mint). यह सुधार दर्शाता है कि भारतीय मार्केट में EVs के प्रति उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ रहा है। टाटा मोटर्स की 8 साल/1,60,000 किमी की बैटरी वारंटी भी खरीदारों को भरोसा देती है (Autocar India).
2025 में, यह अनुमान है कि रीसेल वैल्यू और बेहतर हो सकती है, संभवतः 75-80% रिटेंशन तक, क्योंकि मार्केट परिपक्व हो रहा है और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार हो रहा है।
भविष्य की संभावनाएं: क्या 2025 तक EV पुनर्विक्रय मूल्य में सुधार होगा? | Future Prospects: Will EV Resale Value Improve by 2025?

2025 तक EV रीसेल वैल्यू में सुधार होगा (Will EV resale value improve by 2025)? इस सवाल का जवाब हां में प्रतीत होता है। कई कारक इस सुधार का समर्थन करते हैं:
- मार्केट ग्रोथ: 2025 में, भारत में EV की बिक्री दोगुनी होने की उम्मीद है, जिसमें 26 नए मॉडल्स लॉन्च होंगे (CleanTechnica). यह मार्केट साइज को बढ़ाएगा, जिससे यूज्ड EVs की मांग बढ़ेगी।
- टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट्स: बैटरी टेक्नोलॉजी में सुधार और लागत में कमी से इलेक्ट्रिक कारों के लिए बैटरी रिप्लेसमेंट कॉस्ट इंडिया (battery replacement cost for electric cars India) कम होगी, जो रीसेल वैल्यू को बढ़ाएगी (ZigWheels).
- पॉलिसी सपोर्ट: नई EV पॉलिसी और EV subsidies India 2025 EVs को और अधिक किफायती बनाएंगी, जिससे मार्केट और रीसेल वैल्यू दोनों को लाभ होगा (Reuters).
- चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर: सरकार और निजी कंपनियां चार्जिंग स्टेशनों का विस्तार कर रही हैं, जो उपभोक्ता विश्वास और रीसेल वैल्यू को बढ़ाएगा (IBEF).
तुलना: भारत में EV पुनर्विक्रय मूल्य बनाम पेट्रोल कारें | Comparison: EV Resale Value vs Petrol Cars in India
EV रीसेल वैल्यू बनाम पेट्रोल कार्स इंडिया (EV resale value vs petrol cars India) में अभी भी एक अंतर है, लेकिन यह अंतर धीरे-धीरे कम हो रहा है। उदाहरण के लिए, टाटा नेक्सन EV की डेप्रिसिएशन रेट 26% है, जबकि इसके पेट्रोल वेरिएंट की डेप्रिसिएशन रेट 13.84% और डीजल वेरिएंट की 14.86% प्रति वर्ष है ([Mint](რ
Assistant: livemint.com/auto-news/ev-resale-values-are-improving-in-india-defying-a-global-crash-tesla-nexon-ev-tata-electric-vehicle-charging-11725363811291.html)). यह दर्शाता है कि EVs तेजी से डेप्रिसिएट करती हैं, लेकिन यह अंतर कम हो रहा है। 2025 तक, जैसे-जैसे मार्केट परिपक्व होगा और टेक्नोलॉजी में सुधार होगा, EVs की रीसेल वैल्यू पेट्रोल कारों के बराबर या बेहतर हो सकती है।
भारत में अपनी प्रयुक्त इलेक्ट्रिक कार कहाँ बेचें | Where to Sell Your Used Electric Car in India

यूज्ड इलेक्ट्रिक कार इंडिया में कहां बेच सकते हैं (Where can I sell my used electric car in India)? यह सवाल उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपनी EV बेचना चाहते हैं। निम्नलिखित कुछ विकल्प हैं:
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स: OLX (OLX) और CarWale (CarWale) जैसे प्लेटफॉर्म्स पर आप अपनी कार लिस्ट कर सकते हैं। ये प्लेटफॉर्म्स बड़े ऑडियंस तक पहुंच प्रदान करते हैं।
- डीलरशिप्स: कई डीलरशिप्स यूज्ड EVs के लिए ट्रेड-इन ऑफर प्रदान करते हैं। टाटा मोटर्स और MG जैसे निर्माता सर्टिफाइड प्री-ओन्ड प्रोग्राम्स भी चलाते हैं (EVpedia).
- सर्टिफाइड प्री-ओन्ड प्रोग्राम्स: MG Reassure जैसे प्रोग्राम्स यूज्ड EVs को सर्टिफाइड करते हैं, जिससे उनकी रीसेल वैल्यू बढ़ती है। ये प्रोग्राम्स खरीदारों को गुणवत्ता और विश्वसनीयता का भरोसा देते हैं (EVpedia).
लोकप्रिय EV मॉडल्स की रीसेल वैल्यू की तुलना
EV मॉडल | मूल कीमत (2022, INR) | अनुमानित रीसेल वैल्यू (2025, INR) | रिटेंशन % |
---|---|---|---|
Tata Nexon EV | 14.00 लाख | 10.36 लाख | 74% |
MG ZS EV | 22.00 लाख | 16.28 लाख | 74% |
Hyundai Kona Electric | 24.00 लाख | 17.76 लाख | 74% |
नोट: रीसेल वैल्यू अनुमानित हैं और मार्केट ट्रेंड्स पर आधारित हैं।
राज्य | अधिकतम 4-व्हीलर इंसेंटिव (FAME-II को छोड़कर) | रजिस्ट्रेशन/रोड टैक्स छूट |
---|---|---|
दिल्ली | ₹1.5 लाख (बंद हो चुकी) | हाँ |
महाराष्ट्र | ₹2.5 लाख + ₹25,000 स्क्रैपिंग इंसेंटिव | हाँ |
गुजरात | ₹1.5 लाख | हाँ |
पश्चिम बंगाल | ₹1.5 लाख | हाँ |
ओडिशा | ₹1 लाख | हाँ |
नोट: सब्सिडी बदल सकती हैं। नवीनतम जानकारी के लिए राज्य सरकार की वेबसाइट्स देखें (CarDekho).
प्रश्न और उत्तर | Questions and Answers
भारत में इलेक्ट्रिक कार की पुनर्विक्रय मूल्य क्या है? | What is the resale value of an electric car in India?
भारत में इलेक्ट्रिक कार की रीसेल वैल्यू मॉडल और उम्र पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए, तीन साल पुरानी टाटा नेक्सन EV अपनी मूल कीमत का लगभग 74% बनाए रखती है, यानी अगर इसकी मूल कीमत ₹14 लाख थी, तो 2025 में इसकी रीसेल वैल्यू लगभग ₹10.36 लाख हो सकती है (Mint).
EV सब्सिडी पुनर्विक्रय मूल्य को कैसे प्रभावित करती है? | How do EV subsidies affect resale value?
सब्सिडी EVs की शुरुआती कीमत को कम करती हैं, जिससे उनकी बिक्री बढ़ती है। इससे यूज्ड EV मार्केट का आकार बढ़ता है, जो रीसेल वैल्यू को स्थिर करने में मदद करता है। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र में ₹2.5 लाख तक की सब्सिडी EVs को अधिक आकर्षक बनाती है, जिससे उनकी मांग और रीसेल वैल्यू बढ़ती है (CarDekho).
क्या 2025 तक EV पुनर्विक्रय मूल्य में सुधार होगा? | Will EV resale value improve by 2025?
हां, 2025 तक रीसेल वैल्यू में सुधार की संभावना है। नई नीतियां, बेहतर बैटरी टेक्नोलॉजी, और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार इस सुधार को समर्थन देगा। 2025 में EV बिक्री के दोगुना होने की उम्मीद है, जो यूज्ड मार्केट को और मजबूत करेगा (CleanTechnica).
मैं भारत में अपनी प्रयुक्त इलेक्ट्रिक कार कहां बेच सकता हूं? | Where can I sell my used electric car in India?
आप अपनी यूज्ड EV को OLX (OLX), CarWale (CarWale), या डीलरशिप्स के माध्यम से बेच सकते हैं। सर्टिफाइड प्री-ओन्ड प्रोग्राम्स जैसे MG Reassure भी एक अच्छा विकल्प हैं, जो रीसेल वैल्यू को बढ़ा सकते हैं (EVpedia).
भारत में सेकेंड-हैंड इलेक्ट्रिक कारों का वर्तमान बाजार कैसा है? | What is the current market for second-hand electric cars in India?
भारत में सेकेंड-हैंड इलेक्ट्रिक कारों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। OLX पर 1550 से अधिक यूज्ड EVs लिस्टेड हैं, और CarWale पर 346 टाटा नेक्सन EV उपलब्ध हैं (OLX, CarWale). यह बढ़ती रुचि और स्वीकृति को दर्शाता है, जो रीसेल वैल्यू को और समर्थन देगा।
निष्कर्ष | Conclusion
भारत में इलेक्ट्रिक कार रीसेल वैल्यू इन इंडिया (Electric Car Resale Value in India) धीरे-धीरे सुधर रही है, और यह EV मार्केट के लिए एक सकारात्मक संकेत है। टाटा नेक्सन EV जैसे मॉडल्स ने दिखाया है कि डेप्रिसिएशन रेट कम हो रही है, और 2025 तक, नई नीतियों, बेहतर टेक्नोलॉजी, और बढ़ते चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ, रीसेल वैल्यू में और सुधार की उम्मीद है। सरकारी सब्सिडी और बढ़ती मार्केट डिमांड इस प्रक्रिया को और तेज करेंगे।